केले की खेती से किसान हो रहे मालामाल, अमेठी के सुरेश सिंह बने मिसाल

संग्रामपुर क्षेत्र के किसान दिखा रहे रुचि, दो एकड़ में उगाया केला, तीन गुना तक मुनाफा

गाँव लहरिया न्यूज़ /संग्रामपुर (अमेठी)।

परंपरागत खेती से हटकर यदि कुछ नया किया जाए तो न केवल लाभ बढ़ता है बल्कि दूसरे किसानों के लिए भी मिसाल कायम होती है। अमेठी जिले के संग्रामपुर क्षेत्र में इन दिनों केले की खेती किसानों की पहली पसंद बनती जा रही है। इस क्षेत्र में कई किसान केले की खेती में सफल हो रहे हैं और लागत से तीन गुना तक मुनाफा कमा रहे हैं।इन्हीं सफल किसानों में से एक हैं सुरेश सिंह, जो सरैया बड़गांव के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि वह पिछले सात वर्षों से लगातार केले की खेती कर रहे हैं और हर साल उनकी आमदनी में इज़ाफा हो रहा है। इस बार उन्होंने करीब दो एकड़ खेत में केले की खेती की है और उम्मीद जताई कि इस बार पिछली बार से अधिक मुनाफा होगा।

उद्यान विभाग से मिली प्रेरणा

किसान सुरेश सिंह ने बताया कि उन्हें उद्यान विभाग की प्रेरणा से यह विचार आया और कृषि वैज्ञानिकों की सलाह पर केले की खेती शुरू की। शुरुआत में थोड़ा संकोच था, लेकिन पहले ही साल अच्छे परिणाम मिले, जिसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।

13 महीने की फसल, भरपूर मुनाफा

उन्होंने बताया कि केले की यह खेती लगभग 13 माह की होती है, और इस दौरान वे किसी दूसरी बागवानी की तरफ ध्यान नहीं देते। उनका कहना है कि एक गुच्छे से औसतन 35 से 45 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता का केला निकलता है।

व्यापारियों की सीधी खरीद, बिक्री में नहीं आती दिक्कत

सुरेश सिंह ने यह भी बताया कि उन्हें अपने उत्पाद बेचने के लिए मंडी या बाजार की दौड़ नहीं करनी पड़ती। नजदीकी व्यापारी खुद खेत पर आकर उचित दाम पर केले की खरीदारी करते हैं, जिससे उन्हें फसल की बिक्री में कोई परेशानी नहीं आती।क्षेत्र की उपजाऊ मिट्टी और अनुकूल जलवायु भी केले की फसल के लिए मुफीद साबित हो रही है। यही वजह है कि इस क्षेत्र के मेहनती किसान पारंपरिक खेती से हटकर केले की खेती की ओर बढ़ रहे हैं और अच्छी आमदनी कर रहे हैं।

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