गोलीकांड पर गरजे पूर्व मंत्री, पुलिस-प्रशासन पर फोड़ा लापरवाही का ठीकरा
पुलिस समय पर जागती तो न होता कांड" — पूर्व मंत्री मोती सिंह का बड़ा बयान

गाँव लहरिया न्यूज़/प्रतापगढ़। पट्टी रजिस्ट्री कार्यालय में हुए दिनदहाड़े गोलीकांड को लेकर राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ होती जा रही है। रविवार को क्षेत्र भ्रमण के दौरान पूर्व मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने ढखवा नगर पंचायत क्षेत्र में एक न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में पुलिस प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए।पूर्व मंत्री ने कहा कि, “अगर समय रहते पुलिस सक्रिय होती और स्थिति पर नजर रखी होती, तो यह मामला इतना बड़ा रूप न लेता।” उन्होंने पट्टी क्षेत्राधिकारी, पट्टी कोतवाली पुलिस और पुलिस अधीक्षक को भी आड़े हाथों लेते हुए लापरवाही का जिम्मेदार ठहराया।उन्होंने ब्लॉक प्रमुख सुशील सिंह का बचाव करते हुए कहा कि, “सुशील सिंह अपने एक समर्थक की मदद के लिए वहां गए थे और दूसरे जनपद के अराजक तत्वों ने पहले हमला किया, जिसके बाद आत्मरक्षा में गोली चलाई गई।” पूर्व मंत्री ने दावा किया कि रजिस्ट्री से पूर्व पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।मोती सिंह ने कहा, “कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए, लेकिन जितना दोषी अभियुक्त है, उससे कहीं अधिक दोषी पुलिस प्रशासन है।” उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की वकालत की।वहीं, इस घटना को जातीय रंग देने वालों पर निशाना साधते हुए कहा, “जो लोग इस घटना को जातीय चश्मे से देख रहे हैं, उन्हें पहले अपनी सरकारों में घटी घटनाओं को याद करना चाहिए। दूसरे का गिरेबान झांकने से पहले अपना देखना जरूरी है।”पूर्व मंत्री का यह बयान ऐसे समय आया है जब मामला लगातार राजनीतिक रंग लेता जा रहा है और विपक्ष सरकार की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है।