संग्रामपुर में धौरहरा-छाछा मार्ग बदहाल, राहगीरों और स्कूली बच्चों के लिए चलना हुआ मुश्किल

गाँव लहरिया न्यूज़/संग्रामपुर (अमेठी):

क्षेत्रीय विकास के तमाम दावों के बावजूद संग्रामपुर क्षेत्र में कुछ मार्ग ऐसे भी हैं जहां पैदल चलना तक किसी चुनौती से कम नहीं। धौरहरा गांव से गोईया घाट होते हुए पूरे तिवारी छाछा गांव तक जाने वाला मुख्य पक्की मार्ग पूरी तरह गड्ढों में तब्दील हो चुका है।बारिश के चलते इन गड्ढों में पानी भर गया है और मार्ग पर कंकड़-पत्थर बिखरे पड़े हैं। स्थानीय लोग, विशेष रूप से स्कूली छात्र-छात्राएं और किसान, इस मार्ग से रोजाना आवागमन के लिए मजबूर हैं।यह मार्ग धौरहरा से उच्च माध्यमिक विद्यालय छाछा जाने के लिए एकमात्र संपर्क मार्ग है। शासन द्वारा विद्यालयों में समर कैंप के आयोजन के चलते बच्चे सुबह 7 से 10 बजे तक स्कूल पहुंचते हैं, लेकिन जर्जर रास्ते के कारण कई बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे या बीच रास्ते से लौट जा रहे हैं।विद्यालय अध्यापकों ने बताया कि इस बदहाल मार्ग के कारण छात्रों की उपस्थिति पर सीधा असर पड़ रहा है। वहीं किसानों का कहना है कि यह रास्ता उनकी खेतों तक पहुंच और दैनिक जीवन के लिए बेहद आवश्यक है।स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मार्ग की तत्काल मरम्मत कर उसे सुरक्षित और सुगम बनाया जाए। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि सड़क की हालत ऐसी बनी रही तो किसी दिन कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।

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