11000 वोल्टेज की चपेट में आए दो बंदर, वन विभाग ने झाड़ी जिम्मेदारी – ग्रामीणों में आक्रोश
घायल बंदर की इलाज के अभाव में हुई मौत, ग्रामीणों ने उठाई कार्रवाई की मांग

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी
थाना संग्रामपुर क्षेत्र के भिटहरी मजरा सहजीपुर में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक घटना सामने आई जब दो बंदर 11,000 वोल्ट की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गए। करंट लगने से एक बंदर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।घटना सुबह लगभग 7 बजे की है। हादसे के बाद ग्रामीणों ने तुरंत वन्य जीव संरक्षण विभाग और पशु चिकित्सा विभाग को सूचित किया, लेकिन दोनों विभागों की ओर से कोई सहायता नहीं पहुंची। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग ने सीधी जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया, जबकि पशु स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची।घायल बंदर को बचाने के लिए स्थानीय लोग हर संभव प्रयास करते रहे, लेकिन इलाज न मिलने के कारण कुछ घंटों बाद उसकी भी मौत हो गई।दोनों बंदरों की मौत से क्षुब्ध होकर स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए शासन और संबंधित विभागों के खिलाफ नारेबाजी की। ग्रामीणों ने वन्य जीव संरक्षण विभाग और पशु चिकित्सा विभाग की लापरवाही को घोर अमानवीय बताया।
स्थानीय निवासी बोले – समय पर मिलती मदद, तो बच सकती थी जान
घटना पर दुख व्यक्त करते हुए स्थानीय निवासी राजीव सिंह ने कहा, “हमने तुरंत दोनों विभागों को फोन किया, अगर समय पर कोई टीम आ जाती तो घायल बंदर को बचाया जा सकता था। लेकिन किसी ने कोई जिम्मेदारी नहीं ली।”ग्रामीणों ने इस मामले को गंभीर लापरवाही करार देते हुए शासन से मांग की है कि संबंधित विभागों के जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी जीव की जान असमय न जाए।यह घटना न सिर्फ वन्य जीव संरक्षण की पोल खोलती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि संवेदनशीलता और त्वरित प्रतिक्रिया का कितना अभाव है।