धम्मौर के भांटी में धूमधाम से हुआ हर-गौरी विवाह, रामकथा के दूसरे दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी
क्षेत्र के भांटी गांव में आयोजित रामकथा के दूसरे दिन का कार्यक्रम भक्तिमय वातावरण में संपन्न हुआ। कथा में हर-गौरी विवाह प्रसंग का जीवंत वर्णन किया गया, जिसमें श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य यजमान राम प्रकाश सिंह व उनकी पत्नी सावित्री सिंह द्वारा कथा वाचक आचार्य संतोष जी महाराज (श्रीधाम अयोध्या) के पूजन और आरती से हुआ।
आचार्य संतोष जी ने कथा के दौरान बताया कि किस प्रकार माता सती ने अभिमानवश भगवान श्रीराम पर संदेह किया और अपने पिता के यज्ञ में बिना बुलाए पहुंचीं, जहां भगवान शंकर और स्वयं का अपमान सहन न कर पाने पर योग-अग्नि द्वारा अपने शरीर का त्याग किया।
उन्होंने बताया कि सती ने पुनः जन्म लिया और बाद में हर-गौरी विवाह का शुभ अवसर आया। हिमालय द्वारा कन्यादान किए जाने पर समस्त देवताओं ने पुष्पवर्षा कर विवाह उत्सव का आनंद लिया। कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं ने पारंपरिक वैवाहिक गीत गाकर वातावरण को पूरी तरह धार्मिक रंग में रंग दिया।आचार्य जी ने श्रोताओं को संदेश दिया कि क्रोध में लिया गया निर्णय जीवन का सर्वनाश कर सकता है, और श्रीराम कथा श्रवण करने से व्यक्ति का आत्मिक कल्याण होता है।कथा के दूसरे दिन प्रमुख श्रोताओं में राम सिंह, राम रूप सिंह, शंकर सिंह, रविंद्र सिंह, कमलेश सिंह, धर्मेंद्र सिंह, कृष्णा, गीता सिंह (प्रधानाचार्य), रामकरण सिंह (पूर्व कानूनगो) सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।