ढोल का पोल साबित हो रही जल जीवन मिशन योजना, ग्रामीण परेशान

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी
सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन योजना का हाल अमेठी जिले के संग्रामपुर विकासखंड में निराशाजनक है। योजना के तहत हर घर जल पहुंचाने का दावा किया गया था, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही कहानी कहती है।ग्रामीणों का कहना है कि योजना के तहत सीमेंट का ठीहा बनाकर उस पर लोहे की पाइप और टोंटी लगाकर काम पूरा मान लिया गया। कई गांवों में पाइप केवल सीमेंट से खड़ा कर दिया गया है, जिसे हाथ से हिलाया जा सकता है। जल निगम के नाम और रजिस्ट्रेशन नंबर दीवारों पर लिखकर औपचारिकता पूरी कर दी गई है।
इन गांवों में काम हुए लापरवाही
सरैया कनू: ग्रामीण ने पाइप पकड़कर उठाकर दिखाया, पानी नहीं।नेवादा कनू, मड़ौली, ठेंगहा, मधुपुर खदरी: अधूरा काम, पानी नहीं।सोनारी कनू: सड़क पर गड्ढे बने, राहगीरों के लिए खतरा, पानी नहीं।भैरोपुर, संग्रामपुर, पतापुर: केवल गड्ढे बने, पानी नहीं।ग्रामीणों के अनुसार, केवल 20% परिवारों को ही लाभ मिला है, जबकि कार्यदायी संस्था की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। ग्रामीणों ने योजना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।