चौपाल की सूचना समय से न मिलने पर ग्रामीणों में नाराजगी

संग्रामपुर के सोनारीकनू और बदलापुर गांवों में चौपाल में कम रही सहभागिता

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी

प्रशासन की “प्रत्येक शुक्रवार गांव की ओर” योजना के तहत विकासखंड संग्रामपुर क्षेत्र के सोनारीकनू और बदलापुर गांवों में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देना और मौके पर समस्याओं का समाधान करना होता है।हालांकि शुक्रवार को आयोजित इन चौपालों में अपेक्षा के अनुरूप ग्रामीणों की उपस्थिति नहीं रही। सोनारीकनू गांव में तो आधा दर्जन से भी कम ग्रामीण उपस्थित थे।स्थानीय लोगों ने बताया कि उन्हें चौपाल की सूचना महज 10 मिनट पहले फोन से दी गई, जिससे अधिकतर ग्रामीण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि चौपाल जैसी योजनाएं गांव के विकास के लिए अहम हैं, लेकिन जब समय से जानकारी ही नहीं दी जाती तो इसका लाभ आमजन तक नहीं पहुंच पाता।ग्रामवासी राजकुमार ने कहा, “चौपाल में योजनाओं की जानकारी मिलती है, और समस्याओं का समाधान भी होता है, लेकिन जब सूचना ही देरी से दी जाती है तो हम कैसे भाग लें?”बदलापुर गांव में भी यही स्थिति देखने को मिली। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यहां की चौपाल में मुख्यतः प्रधान परिवार, पंचायत सहायक और कुछ विभागीय कर्मचारी ही मौजूद रहे। दूरदराज के पुरवों के लोग सूचना के अभाव में चौपाल तक नहीं पहुंच सके।ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ग्राम चौपाल की सूचना एक दिन पहले दी जाए और गांव में डुग्गी पिटवाकर या मुनादी के माध्यम से इसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए।स्थानीय निवासी रामदेव यादव ने कहा, “कागज पर चौपाल बहुत अच्छी लगती है, लेकिन व्यवहार में इसका लाभ बहुत कम लोगों को मिल पाता है।”चौपाल कार्यक्रम की पारदर्शिता और प्रभावशीलता बनाए रखने के लिए ग्रामीणों ने प्रशासन से आवश्यक कदम उठाने की मांग की है।

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