करेला बाज़ार में सरेआम गोलीकांड के बाद पट्टी कोतवाल आदित्य सिंह लाइनहाजिर, सत्येंद्र सिंह को कमान

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
करेला बाजार में दिनदहाड़े हुए सनसनीखेज फायरिंग कांड ने पट्टी पुलिस की कार्यशैली पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। घटना के ठीक 24 घंटे के भीतर एसपी डॉ. अनिल कुमार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पट्टी कोतवाल आदित्य सिंह को लाइनहाजिर कर दिया है। उनके स्थान पर तेज-तर्रार व सख्त मिजाज के लिए पहचाने जाने वाले सत्येंद्र सिंह को पट्टी कोतवाली की कमान सौंपी गई है।
गुजरात विवाद की चिंगारी करेला में भड़की
सोमवार की शाम करेला बाजार में पूरे देवजानी गांव निवासी नवाब अली और एकलाख पर चार बदमाशों ने अचानक कार से उतरकर फायर झोंक दिया। गोली लगने से दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना स्थल करेला चौकी से महज कुछ कदम दूर है, जिससे स्थानीय व्यापारियों में दहशत फैल गई। व्यापारी दुकानों का शटर गिराकर सड़क पर उतर आए और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।
अमन दीक्षित के स्थानांतरण के बाद बिगड़ा समीकरण
पुलिस क्षेत्राधिकारी अमन दीक्षित के कुंडा स्थानांतरण के बाद पट्टी क्षेत्र अपराधियों के लिए मानो स्वर्ग बन गया। आए दिन हो रही आपराधिक वारदातों पर पट्टी कोतवाल आदित्य सिंह लगाम लगाने में पूरी तरह विफल साबित हुए। लगातार बढ़ते अपराध और जन आक्रोश को देखते हुए एसपी ने सख्त कदम उठाया।करेला गोलीकांड ने पुलिस कप्तान का पारा चढ़ा दिया और आदेश हुआ— तत्काल प्रभाव से कोतवाल आदित्य सिंह को हटाया जाए।
सत्येंद्र सिंह की वापसी—अपराधियों में खलबली
नवीन कोतवाल सत्येंद्र सिंह पूर्व में कंधई थाने के प्रभारी रह चुके हैं, और वहां डेढ़ वर्षों तक अपराधियों की नकेल कसने के लिए चर्चा में रहे। उन्होंने कई सनसनीखेज वारदातों का खुलासा कर अपराधियों में खौफ का माहौल बना दिया था। अब उन्हें पट्टी की कमान सौंपी गई है, जहां अतिक्रमण, अपराध और ट्रैफिक जाम जैसी समस्याएं उनका इंतजार कर रही हैं।स्थानीय व्यापारियों व आम नागरिकों में नई तैनाती को लेकर उम्मीद की लहर है। लोग मान रहे हैं कि सत्येंद्र सिंह की सख्त पुलिसिंग से पट्टी में कानून का राज लौटेगा, और अपराधियों की धरपकड़ तेज होगी।