पिपरी खालसा ग्राम सभा में हुए घोटाले की जाँच के त्रिस्तरीय समिति गठित, खुलेगी पोल
विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा: (डीपीआरओ) श्रीकांत दर्वे

गाँव लहरिया/बेलखरनाथ धाम (प्रतिनिधि): बेलखरनाथ धाम ब्लॉक अंतर्गत पिपरी खालसा ग्राम सभा में विकास कार्यों में अनियमितता पाए जाने पर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है। ग्राम वासियों, विशेषकर योगेश मिश्र सहित कई अन्य ग्रामीणों द्वारा जिला अधिकारी (डीएम) को दी गई शिकायत में आंगनबाड़ी केंद्र और सार्वजनिक शौचालय में इंटरलॉकिंग निर्माण कार्य के दोहरी भुगतान सहित अन्य विकास कार्यों में गड़बड़ी की बात सामने आई थी।डीएम द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया, जिसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी (डीपीओ), तकनीकी जांच अधिकारी एवं लोक निर्माण विभाग खंड-51 के अधिशासी अभियंता को शामिल किया गया। जांच के दौरान ग्राम सभा के कई विकास कार्यों में वित्तीय और तकनीकी अनियमितता की पुष्टि हुई।जांच रिपोर्ट के आधार पर जिला अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से ग्राम प्रधान सुरेश कुमार गौड़ के सभी वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों को प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही, ग्राम पंचायत में विकास कार्यों के संचालन और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तीन सदस्यीय वित्तीय एवं प्रशासनिक समिति का गठन किया गया है।जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) श्रीकांत दर्वे ने बताया कि यह कदम जांच में अनियमितता की पुष्टि होने के बाद उठाया गया है, जिससे ग्राम सभा के विकास कार्य सुचारु, पारदर्शी और जनहितकारी ढंग से संचालित हो सकें।प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।