कोटेदार नहीं कर पाएंगे झोल, ई-पाॅस मशीन से लिंक होगा कांटा

जिले की सभी 1365 कंट्रोल की दुकानों पर ई-कांटा लिंक ई-पाॅस मशीन लगाई जाएंगी, कोटेदारों से पुरानी ई-पॉस मशीन को जमा कराएगा.

गाँव लहरिया न्यूज / प्रतापगढ़

सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर अब घटतौली नहीं हो सकेगी, शासन ने इसके लिए ई-पॉस मशीन से कांटा(इलेक्ट्रानिक तराजू) लिंक करने की तैयारी कर ली है, योजना के तहत जिले की सभी 1365 कंट्रोल की दुकानों पर ई-कांटा लिंक ई-पाॅस मशीन लगाई जाएंगी, तहसील स्तर पर एसडीएम की देखरेख में मशीनों को लगाने और चलाने का प्रशिक्षण कोटेदारों को दिया जाएगा, विभाग कोटेदारों से पुरानी ई-पॉस मशीन को जमा कराएगा.

जिले में 1365 कंट्रोल की दुकानें संचालित हैं, जिनसे प्रतिमाह छह लाख 78 हजार 503 राशनकार्ड धारकों को राशन दिया जाता है, अंत्योदय राशनकार्ड धारकों को प्रति कार्ड 35 किग्रा और पात्र गृहस्थी वाले राशनकार्ड धारकों को प्रति यूनिट पांच किग्रा राशन दिया जाता है, राशन वितरण में घटतौली की लगातार शिकायतें आ रही थीं.

मामला शासन तक पहुंचा तो कोटेदारों के इस खेल पर नकेल लगाने के लिए ई-पॉस मशीन बदली जा रही है, अब दुकानदारों को नई ई-पॉस मशीन के साथ ई-कांटा भी दिया जाएगा, जो ई-पाॅस मशीन से लिंक होगा, इससे कार्डधारक के अंगूठा लगाते ही ई-कॉटा में विवरण पहुंच जाएगा और पूरा राशन देने पर ही ई-पॉस मशीन वितरण और पावती का विवरण खारिज करेगी, शासन का मानना है कि इस नई व्यवस्था से कोटेदार घटतौली नहीं कर सकेंगें और कार्डधारकों को पूरा राशन मिलेगा,

जिले में कोटेदारों के यहां मशीन और कांट स्थापित करने के लिए एक कार्यदायी संस्था को जिम्मेदारी दी गई है, जो फरवरी तक सभी दुकानों पर मशीन और कांटा लगा देगी, नई ई-पॉस मशीन और लिंक कांटा के माध्यम से मार्च महीने का राशन दिया जाएगा.

एक यूनिट पर पांच किग्रा का मानक, आरोप है कि चार किग्रा मिलता है राशन

जिले के उपभोक्ताओं की यह आम शिकायत होती है कि कोटेदार घटतौली कर रहा है, पात्र गृहस्थी योजना के तहत एक यूनिट पर पांच किग्रा राशन देने का मानक है, मगर अधिकतर कोटेदार एक यूनिट पर चार किग्रा ही राशन देते हैं, अंत्योदय राशन का़र्डधारकों को एक राशनकार्ड पर 35 किग्रा राशन निश्चित है, मगर उन्हें 30 किग्रा ही राशन मिलता था, यह शिकायत शासन स्तर पर पर पहुंची थी.

नई ई मशीन

कोटेदारों को नई ई-पॉस मशीन मिलेगी, कांटा इलेक्ट्रानिक होगा और ई- पॉस मशीन से लिंक होगा। कार्डधारकों को पूरी मात्रा में राशन देने पर ही मशीन लाभार्थी को पूरी मात्रा में राशन मिलने की पुष्टि करेगी।

पंकज सिंह,एआरओ,जिला आपूर्ति विभाग

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