रामलीला समिति के अध्यक्ष चुने गए जुग्गीलाल जायसवाल, समिति ही आयोजित करती है पट्टी का मेला

मेला 19 और 20 और 21 नवंबर को

गाँव लहरिया न्यूज/पट्टी

राम लीला समिति की बैठक में लगातार तीसरी बार जुग्गी लाल जायसवाल को अध्यक्ष चुना गया उपाध्यक्ष पद पर राम प्रकाश जायसवाल,रामचंद्र जायसवाल,अवधेश सिंह,प्रबंधक सुरेश जायसवाल,उप प्रबंधक अखिलेश जायसवाल,सह प्रबंधक प्रमोद खंडेलवाल रमेश चन्द्र सोनी,राम चरित्र वर्मा,महामंत्री पद पर अशोक कुमार श्रीवास्तव,मंत्री पद पर सत्यनारायण खंडेलवाल,कोषाध्यक्ष पद पर पंकज खंडेलवाल,आय-व्यय निरीक्षक लाल चंद मोदन वाल, प्रचार मंत्री चन्द्रकेश सिंह,सह प्रचार मंत्री राम सजीवन सोनी, ब्रजेश सिंह बनाये गए। बैठक में चेयरमैन अशोक जायसवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।  गाँव लहरिया से बात-चीत के दौरान राम लीला समिति के अध्यक्ष जुग्गी लाल जायसवाल ने बताया की मेला मेला 19 और 20 और 21 नवंबर को आयोजित होगा। 22 नवंबर की सुबह भारत मिलाप का आयोजन होगा।

1910 में लगा था पहली बार पट्टी का मेला, दारोगा सेवा राम ने की थी शुरुवात

आपको बता दें कि तीन दिन चलने वाले इस ऐतिहासिक मेले की शुरुआत वर्ष 1910 में पट्टी में तैनात दारोगा सेवाराम द्वारा की गई थी। जिसका संचालन बाद में रामलीला समिति ने ले लिया था। तब से यह मेला नगर मुख्यालय पर तीन दिन का होता है। कहने को यह मेला तीन दिन का होता है, लेकिन यह लगभग पखवारे भर चलता है। मेले में अंतर्जनपदीय व्यापारी अपनी दुकानों को लेकर पहले से आकर डट जाते हैं। मेले में किसानों के उपयोग की वस्तुओं के साथ घरेलू उपयोग के सामान, सौंदर्य प्रसाधन व गर्म कपड़ों की दुकानें के साथ लकड़ी के व्यापारी भी जुटते हैं। मेले के तीसरे दिन भरत मिलाप का आयोजन किया जाता है।

तीन दिवसीय मेला .. को लम्बा खीचे जाने पर व्यापारियों का एतराज

एक व्यापारी ने सोशल मीडिया पर कमेन्ट करते हुए लिखा है कि ” बड़े हर्ष-उल्लास के साथ पट्टी का तीन दिवसीय ऐतिहासिक दशहरा मेला उत्सव-त्योहार की तरह हम सब बचपन से मनाते हुए आ रहें हैं।समय-वक्त सब बदल गया है। कुछ ऑनलाइन अमेजॉन,फिल्पकार्ट,मीशो जैसे शॉपिग प्लेटफार्म ने दुकानदारों की क़मर तोड़ दिए हैं,भाइयों कुछ बदलाव की आवश्यकता है। मेला दिवस तीन दिन अभिलेख में है। इसको अधिकतम एक सप्ताह तक ही किया जाय। न कि दो-तीन महीना। यहाँ के स्थानीय दुकानदारों की बिक्री पर बहुत ही बुरा असर पड़ता हैं,चंदा से लेकर आपके हर आवश्यक-आवश्यकता की पूर्ति भी हमारे दुकानदार भाईबन्धु ही करतें हैं। व्यापारी की बातों का समर्थन अन्य व्यापारियों ने किया है।

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