स्वास्थ्य मेले में मरीज बेहाल, न पानी न शौचालय की व्यवस्था

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी
मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला हर रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर आयोजित किया जाता है। इसका उद्देश्य मरीजों को मुफ्त इलाज, दवाएं और स्वास्थ्य संबंधी सलाह देना है। लेकिन विशेश्वरगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित स्वास्थ्य मेले में मरीजों को बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझना पड़ा।मेले में पहुंची महिला मरीज ने बताया, “डॉक्टर, फार्मासिस्ट और लैब टेक्नीशियन की टीम अच्छी सेवा दे रही है। लेकिन पेयजल और शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है। मरीजों को काफी दिक्कत हो रही है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।”
मरीजों ने की व्यवस्था सुधारने की मांग
मेले में पहुंचे कई मरीजों ने शिकायत की कि पेयजल और शौचालय जैसी सुविधाएं न होने से उन्हें असुविधा झेलनी पड़ रही है।मेले में डॉक्टर उमेश और डॉक्टर बृषकेष की टीम ने कुल 74 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। लैब टेक्नीशियन हरिनाथ ने 24 मरीजों की शुगर, टाइफाइड आदि की जांच की। फार्मासिस्ट ने सभी मरीजों को मुफ्त दवाएं वितरित कीं। एएनएम सुदामा देवी, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशा बहुओं ने गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी।
चण्डेरिया में भी समस्याएं, एक भी जांच नहीं
इधर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चण्डेरिया में आयोजित स्वास्थ्य मेले में 56 मरीजों का पंजीकरण हुआ। लेकिन लैब टेक्नीशियन के अवकाश पर होने के कारण एक भी जांच नहीं हो सकी। वहां आई एक गर्भवती महिला को दवा दी गई और एएनएम ने पौष्टिक आहार लेने के लिए प्रेरित किया। डॉक्टर आरिफ इकबाल और फार्मासिस्ट अरुण मिश्रा की टीम ने मरीजों को सलाह दी।मरीजों और उनके परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि हर मेले में शुद्ध पेयजल, शौचालय और साफ-सफाई की व्यवस्था अनिवार्य रूप से कराई जाए ताकि मरीजों को परेशानी का सामना न करना पड़े।