नहर में पानी न आने से धान की रोपाई संकट में, किसान परेशान

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी
विकासखंड संग्रामपुर क्षेत्र के किसानों के लिए इस बार धान की रोपाई चुनौती बन गई है। नहरों में महीनों से पानी नहीं आने और बरसात ना होने के कारण खेत सूख गए हैं। किसान दूर-दूर से समरसेबल पंप के जरिए पानी लाकर खेतों में धान की रोपाई कर रहे हैं, लेकिन यह तरीका बेहद कठिन और महंगा साबित हो रहा है।
शारदा सहायक खंड-41 रजबहा नहर, जो इस क्षेत्र के सिंचाई का प्रमुख साधन है, उसमें गेहूं की फसल के बाद से अब तक पानी नहीं छोड़ा गया। इससे मधुपुर खदरी, बढ़ईपुर, कंसापुर, सरैया बड़गांव, पुन्नपुर, सरैया कनू, कनू, संग्रामपुर, गूजीपुर, सहजीपुर समेत दर्जनों गांवों के किसानों के सामने संकट खड़ा हो गया है।
बढ़ईपुर निवासी बब्बन सिंह ने बताया, “धान की रोपाई करना बेहद मुश्किल हो गया है। न नहर में पानी आ रहा और न ही बरसात हो रही।”श्रीपति सिंह ने कहा, “अगर नहर का पानी आ जाता तो रोपाई आसान हो जाती और बरसात की चिंता भी कम रहती।”बड़गांव के शिव पांडेय ने कहा, “नहर का पानी न आने से किसान मायूस हैं। इस बार न खाद मिल रही, न किसान सम्मान निधि आई और ऊपर से पानी का भी संकट है।”पुन्नपुर निवासी दिनेश सिंह का कहना है, “नहर में पानी आने से हम लोगों को बड़ी राहत मिलती, लेकिन इस बार रोपाई करना बहुत मुश्किल हो गया है।”सरैया कनू के राधेश्याम सिंह मास्टर ने बताया कि किसान दूर-दूर से पानी लाकर रोपाई कर रहे हैं, लेकिन यह किसी भी तरह टिकाऊ समाधान नहीं है।