लाइनमैन का शव रखकर परिजनों ने किया प्रदर्शन, मुआवजे और नौकरी की मांग पर अड़े
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह के प्रतिनिधि और भाजपा नेता विनोद पांडेय के आश्वासन के बाद माने परिजन

गाँव लहरिया न्यूज़/सैफाबाद
आसपुर देवसरा थाना क्षेत्र के सैफाबाद बाजार निवासी राजीव गुप्ता उर्फ राजू (28) की करंट की चपेट में आने से मौत के बाद परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। परिजनों ने मुआवजा और मृतक के आश्रित को सरकारी नौकरी देने की मांग करते हुए घर पर शव रखकर प्रदर्शन किया।
राजीव कई वर्षों से ढिंढूई पावर हाउस पर संविदा लाइनमैन के रूप में कार्यरत था। मंगलवार सुबह करीब 10 बजे वह सारड़ीह फीडर पर शटडाउन लेकर जालपा नहर के पास बासूपुर गांव में 11,000 वोल्ट के पोल पर फॉल्ट ठीक करने चढ़ा था। इसी दौरान अचानक करंट की चपेट में आकर वह पोल से नीचे गिर गया। साथी कर्मचारियों ने उसे गंभीर अवस्था में सीएचसी पट्टी पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।घटना की जानकारी मिलते ही आसपुर देवसरा थाना अध्यक्ष धीरेंद्र ठाकुर सीएचसी पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए जिला मेडिकल कॉलेज, प्रतापगढ़ भेज दिया।
पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह के प्रतिनिधि और भाजपा नेता विनोद पांडेय के आश्वासन के बाद माने परिजन
पोस्टमार्टम के बाद जब शव परिजनों को सौंपा गया तो उन्होंने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। परिजन बिजली विभाग से मृतक के परिवार को मुआवजा और एक आश्रित को नौकरी देने की मांग पर अड़े रहे। सूचना पाकर मौके पर पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह के प्रतिनिधि और भाजपा नेता विनोद पांडेय ने परिजनों को ढांढस बंधाया।इसके बाद मौके पर एसडीएम पट्टी तनवीर अहमद पहुंचे और परिजनों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं को शासन तक पहुंचाया जाएगा और जल्द समाधान कराने का प्रयास किया जाएगा। अधिकारियों के आश्वासन के बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए।गाँव लहरिया संवाददाता से बात करते हुए भाजपा नेता विनोद पांडेय ने कहा, “हम मृतक के परिजनों के साथ हैं और उनकी हर संभव मदद के लिए शासन से बात करेंगे।”
6 दिन पहले पिता बना था राजीव
मृतक राजीव की शादी दो वर्ष पूर्व पंडरी गांव निवासी सुनीता गुप्ता से हुई थी। छह दिन पहले ही उनके घर बेटे का जन्म हुआ था। राजीव परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। माता-पिता की मानसिक स्थिति पहले से ही ठीक नहीं रहती थी। छोटे भाई प्रदीप की हाल ही में दिल्ली में नौकरी लगी है। नवंबर में छोटी बहन राधा की शादी भी तय थी। अचानक हुई इस घटना से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।