महिलाओं के विकास को लेकर आयोजित हुआ सेमिनार

गाँव लहरिया न्यूज/प्रतापगढ़

प्रतापगढ़ -अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के पखवाड़े के रूप में चल रहे अभियान के क्रम में एक कार्यक्रम प्रतापगढ़ जनपद के चिलबिला स्थित पंडित सुखराज रघुनाथी इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजूकेशन एंड टेक्नोलॉजी के प्रांगण में आयोजित हुआ। यह कार्यक्रम विश्व युवक केंद्र दिल्ली और समभाव फाऊंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ.विकास त्रिपाठी (उप मुख्य चिकित्साधिकारी) रहे.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉक्टर विकास त्रिपाठी ने कहा कि महिलाओं में निवेश करना प्रगति को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त करने से समाज में समानता और सहायकता का वातावरण बनता है। उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने का मौका देने से उनकी साक्षमता और स्वावलंबन क्षमता में वृद्धि होती है। इससे न केवल उनका आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है, बल्कि समाज के विकास में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान होता है।

विद्यालय के प्रबंधक चंद्रकांत त्रिपाठी ने कहा किमहिला सशक्तिकरण एक समाजिक प्रक्रिया है जो महिलाओं को उनके अधिकारों, स्वतंत्रता, सामाजिक समानता, और स्वावलंबन की दिशा में समर्थ बनाती है। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को उनकी सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक, और सांस्कृतिक पहचान के लिए अधिक आत्मनिर्भर बनाना है। महिला सशक्तिकरण उन्हें शिक्षा, रोजगार, और निर्णय लेने की क्षमता प्रदान करता है। इसके माध्यम से, महिलाएं समाज में सक्रिय भागीदारी करती हैं और समाज के विकास में अहम योगदान देती हैं। सशक्त महिलाएं न केवल अपने परिवार और समाज में अधिक सकारात्मक रूप से योगदान करती हैं, बल्कि उन्हें अपने जीवन की निर्माण में भी सक्षम बनाता है। महिला सशक्तिकरण समर्थन के लिए नीतियों, कानूनों, और संस्थाओं की आवश्यकता होती है, साथ ही समाज के सभी स्तरों पर सामाजिक बदलाव और जागरूकता की भी आवश्यकता होती है। तो कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थिति रही सुश्री मीनाक्षी ने कहा कि समाज में महिलाओं को बढ़ चढ़कर भागीदारी सुनिश्चित करना चाहिए क्योंकि हमारी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु सरकार भी प्रयासरत है। महिलाओं को सामाजिक तमाम कुरीतियों से बाहर आना होगा और अपने अधिकार के लिए जागरूक रहना होगा।

कार्यक्रम के दौरान ही विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर शेष मणि त्रिपाठी ने कहा कि

आज की दुनिया में महिला सशक्तिकरण एक महत्वपूर्ण विषय है। महिलाओं को समाज में समानता, स्वतंत्रता और अधिकारों का सम्मान प्राप्त करने का माध्यम उपलब्ध कराना अत्यंत आवश्यक है। महिला सशक्तिकरण समाज के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह समाज की संपूर्ण सामूहिक वृद्धि और प्रगति को बढ़ावा देता है।

महिला सशक्तिकरण का मतलब है महिलाओं को शिक्षित, स्वतंत्र और सक्षम बनाना। यह उन्हें समाज में उनकी स्थिति को समझने और अपने अधिकारों को प्रयोग करने की क्षमता प्रदान करता है। समाज में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण है,

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में मुकेश मौर्य ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के माध्यम से, हम समाज को समृद्धि, समानता, और सामाजिक न्याय की ओर अग्रसर करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए, हम सभी को महिलाओं के अधिकारों का समर्थन करने और उन्हें उनकी अवाज को सुनने के लिए प्रोत्साहित करने का संकल्प लेना चाहिए महिलाओं के विकास में मानसिक स्वास्थ्य का भी महत्वपूर्ण रोल है मानसिक स्वास्थ्य के प्रति लोगों को सजग रहना चाहिए और भारत सरकार द्वारा जारी टोल फ्री नंबर पर संपर्क करके अपनी समस्याओं को दूर करने का प्रयास करना चाहिए एवं संबंधित नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से भी संपर्क करना चाहिए। उक्त कार्यक्रम के दौरा नहीं संस्थाध्यक्ष प्रभात पाण्डेय ने कहा कि महिलाओं को समानता के साथ ही उन्हें समाज के मुख्य धारा में घरेलू कामकाज से ऊपर आने की आवश्यकता है महिलाएं घर तक ही अपने आप को सीमित न रखें और समाज को नई दिशा देने हेतु कार्य करें। उक्त कार्यक्रम के दौरान विद्यालय की पांच छात्राओं ने उपरोक्त ज्वलंत बिंदुओं पर विचार रखें जिन्हें संस्थान द्वारा सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के समस्त शिक्षक एवं संस्था के पदाधिकारी एवं स्वयंसेवक सूरजपाल, आनंद ,विशेष पाण्डेय आदि मौजूद रहे।

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