भाजपा सरकार के संरक्षण में फल-फूल रहे शिक्षा माफिया के खिलाफ कांग्रेस का हल्ला बोल
कांग्रेसियों ने अम्बेडकर चौराहे से कलेक्ट्रेट तक किया पैदल मार्च, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन

गाँव लहरिया न्यूज़/प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था के निजीकरण और लूट के खिलाफ शुक्रवार को जिला कांग्रेस कमेटी प्रतापगढ़ ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. नीरज त्रिपाठी के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अम्बेडकर चौराहे से कलेक्ट्रेट तक पैदल मार्च करते हुए नारेबाजी की और जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा।
डॉ. त्रिपाठी ने भाजपा सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि, “डबल इंजन की सरकार ने शिक्षा को मुनाफे का सौदा बना दिया है। हर साल री-एडमिशन के नाम पर अभिभावकों से मोटी रकम वसूली जाती है। महंगी किताबें, ड्रेस-जूते और कमीशनखोरी के खेल ने शिक्षा को व्यापार बना दिया है।”
उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत 25% गरीब छात्रों को निशुल्क शिक्षा दी जानी चाहिए, लेकिन धरातल पर इस कानून का खुला उल्लंघन हो रहा है। यूपी बोर्ड और एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को एकसमान कर दिए जाने के बावजूद स्कूल अपनी मनमानी किताबें थोप रहे हैं।
पूर्व नगर अध्यक्ष इरफान अली ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, “एक तरफ सरकार समान शिक्षा की बात करती है, दूसरी ओर निजी स्कूलों की लूट पर चुप्पी साध रखी है। यह सरकार का दोहरा चरित्र है।”
सेवादल प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेम शंकर द्विवेदी ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर मांगें पूरी नहीं हुईं, तो कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।”
इस जोरदार प्रदर्शन में कोषाध्यक्ष वेदान्त तिवारी, सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर अंजली उपाध्याय, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी प्रशान्त सिंह प्रिंशु, मौलाना वाहिद, सुनीता सिंह पटेल, रामशिरोमणि वर्मा, बी.पी. त्रिपाठी, एनएसयूआई जिलाध्यक्ष शुभम मिश्रा, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष सरोज कश्यप सहित संगठन के तमाम वरिष्ठ पदाधिकारी, युवा कार्यकर्ता और सैकड़ों कांग्रेसजन शामिल रहे।