बिना पोस्टमार्टम के गौशालाओं में मृत गौवंशों को दफना दिया गया, उठे सवाल

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी
विकासखंड संग्रामपुर क्षेत्र की अस्थाई गौशालाओं में अव्यवस्थाओं की पोल एक बार फिर खुल गई है। सरैया कनू में हाल ही में बनी अस्थाई गौशाला में बीते 24 और 25 जून को दो दिन के भीतर तीन गायों की मौत हो गई। हैरानी की बात यह है कि सभी मृत गौवंशों को बिना पोस्टमार्टम कराए ही मिट्टी में दफना दिया गया।
सूत्रों और स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, गौशालाओं में चारा-पानी और देखभाल की भारी कमी है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सही खानपान और इलाज न मिलने की वजह से गौवंशों की जान जा रही है। इसके बावजूद जिम्मेदार विभाग मौत की असली वजह जानने को तैयार नहीं हैं और कोई भी मृत गाय का पोस्टमार्टम नहीं करवाया जाता।ग्राम पंचायतों को मिल रही धनराशि,सरकार की ओर से इन गौशालाओं के संचालन के लिए चारा, भूसा, पशु आहार और साफ-सफाई के मद में धनराशि ग्राम पंचायतों के खाते में भेजी जाती है। इसके बावजूद सुविधाएं नाममात्र की हैं।मुख्य चिकित्सा अधिकारी का गैर-जिम्मेदाराना रवैयाजब इस संबंध में चीफ वेटनरी ऑफिसर (CVO) से जानकारी लेनी चाही गई तो उन्होंने टालमटोल करते हुए कहा, “अगर आपसे बात करनी हो तो मैसेज करिए या रात 8:30 बजे के बाद कॉल करिए।”
इससे अधिकारियों की संवेदनहीनता और जवाबदेही का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
बीडीओ ने जांच का दिया आश्वासन
जब खंड विकास अधिकारी संग्रामपुर से संपर्क किया गया तो उन्होंने मामले की जांच कराने की बात कही है। हालांकि अब तक कोई औपचारिक कार्रवाई शुरू होने की पुष्टि नहीं हुई है।गांव वालों का कहना है कि जब तक मृत गौवंशों का पोस्टमार्टम नहीं कराया जाएगा और विभागीय जवाबदेही तय नहीं होगी, तब तक ऐसी मौतें रुकने वाली नहीं हैं। ग्रामीणों ने सभी संबंधित विभागों की मिलीभगत और लापरवाही पर भी सवाल उठाए हैं।