चार्जशीट में अधिवक्ताओं का नाम आने पर भड़के वकील, तहसील में तालाबंदी कर जताया विरोध
पूर्व मंत्री का आश्वासन भी नहीं आया काम, अफसरों नव चार्जसीट में बढ़ा दिया नाम

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
पूर्व खंड विकास अधिकारी से मारपीट मामले में अधिवक्ताओं के खिलाफ चार्जशीट दाखिल किए जाने से वकील समुदाय में नाराजगी भड़क उठी। मंगलवार को अधिवक्ताओं ने तहसील गेट पर ताला जड़ दिया और अधिकारियों के प्रवेश पर रोक लगा दी। इसके साथ ही रजिस्ट्री कार्यालय सहित कई सरकारी दफ्तरों को बंद करा दिया गया। मौके पर पहुंची पुलिस भी हालात सामान्य नहीं कर सकी।
मामला पट्टी तहसील परिसर का है, जहां पूर्व खंड विकास अधिकारी रामप्रसाद के साथ हुई मारपीट के मामले में वकीलों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस द्वारा बिना किसी ठोस सबूत के सिर्फ मनगढंत बयान के आधार पर अदालत में चार्जशीट दाखिल की गई। जानकारी मिलते ही वकील भड़क गए और विरोध का रास्ता अपना लिया।
राजनीतिक आश्वासन भी आया निशाने पर
बार एसोसिएशन अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह और महामंत्री प्रमोद सिंह के नेतृत्व में वकीलों ने कहा कि पूर्व में आंदोलन के दौरान प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह ने आश्वासन देकर हड़ताल समाप्त कराई थी। उस समय एसडीएम और सीओ द्वारा भी अधिवक्ताओं का नाम चार्जशीट में न शामिल करने का आश्वासन दिया गया था।
चार्जशीट में नाम आने से टूटा भरोसा
बार अध्यक्ष ने कहा कि अब जब न्यायालय में दाखिल चार्जशीट में अधिवक्ताओं के नाम भी हैं और सरकारी अधिकारियों को गवाह बनाया गया है, तो यह स्पष्ट रूप से वादा खिलाफी है। अधिवक्ताओं ने चेतावनी दी है कि जब तक इस मामले का समाधान नहीं होता, आंदोलन और तालाबंदी जारी रहेगी।
बातचीत बेनतीजा, कामकाज ठप
दोपहर में पूर्व बार अध्यक्ष राधारमण मिश्र की अगुवाई में अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल एसडीएम तनवीर अहमद और सीओ मनोज रघुवंशी से मिला, लेकिन बातचीत किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंच सकी। पूरे दिन तहसील परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। आमजन को रजिस्ट्री सहित तमाम कामों में परेशानी का सामना करना पड़ा।अधिकारियों की चुप्पी और बार के आक्रोश के बीच मामला अब और गहराता जा रहा है। देखना होगा कि समाधान किस दिशा में जाता है।
फिलहाल बार एसोसिएशन पट्टी के अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह का कहना है कि “हम अपने सम्मान के साथ समझौता नहीं करेंगे। चार्जशीट से नाम हटवाने तक आंदोलन जारी रहेगा।”