ब्लॉक मुख्यालय पर जुटे प्रधान, कार्यों का बहिष्कार कर मजदूरी बढ़ाने की उठाई मांग

मनरेगा कार्यों में नई निगरानी व्यवस्था पर प्रधानों का फूटा गुस्सा, किया जोरदार प्रदर्शन

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी।

मनरेगा कार्यों में निगरानी की नई व्यवस्था को लेकर प्रधानों का गुस्सा गुरुवार को फूट पड़ा। ब्लॉक मुख्यालय पर प्रधानों ने एकजुट होकर जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था न सिर्फ ग्राम पंचायतों के अधिकारों का हनन है, बल्कि इससे मजदूरों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।प्रधानों ने एलान किया कि शुक्रवार से मनरेगा के तहत होने वाले कार्यों का पूरी तरह बहिष्कार किया जाएगा। मास्टर रोल जारी नहीं कराया जाएगा और मजदूरों की ऑनलाइन हाजिरी भी दर्ज नहीं की जाएगी। उन्होंने यह भी मांग रखी कि मनरेगा मजदूरी को ₹252 से बढ़ाकर ₹500 किया जाए।“मजदूरों का हक छीना जा रहा है”प्रधान संघ अध्यक्ष इंद्रधर दूबे ने कहा, “नई व्यवस्था से मजदूरों का हक छीना जा रहा है। हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। यदि हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और तेज होगा।”प्रधान सिराज अहमद और परशुराम ओझा ने मास्टर रोल की खामियों को उजागर करते हुए कहा कि कई बार मजदूर खुद कार्यस्थल पर नहीं पहुंच पाते तो उनकी पत्नी या बेटा काम करते हैं। लेकिन नई व्यवस्था में उनकी हाजिरी नहीं मानी जाती, जिससे गरीब परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट खड़ा हो गया है।इस दौरान प्रधान सुरेश शुक्ला, हरिभूषण ओझा, शिवम मिश्रा, यादवेंद्र यादव और सुजीत कुमार यादव समेत कई प्रधान मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी कि जब तक नीति वापस नहीं ली जाएगी, तब तक विरोध जारी रहेगा।

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