चण्डेरिया का ‘मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला’ फ्लॉप, मात्र 43 मरीज हुए पंजीकृत
प्रचार-प्रसार की कमी और चिकित्सकों की अनुपस्थिति बनी वजह

गांव लहरिया न्यूज़/अमेठी
सरकार की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से चलाया जा रहा मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेला चण्डेरिया में फीका साबित हुआ। शनिवार को आयोजित मेले में मात्र 43 मरीजों ने ही पंजीकरण कराया, जिनमें से 13 मरीजों की जांच केवल कागजों पर दर्शाई गई।डॉ. सुमिरन की देखरेख में आयोजित इस मेले में प्रचार-प्रसार के अभाव के चलते ग्रामीणों की सहभागिता बेहद कम रही। सबसे अहम बात यह रही कि कोई भी गर्भवती महिला मेला स्थल पर नहीं पहुंची, जो कि इस तरह के मेलों का एक मुख्य लाभार्थी वर्ग मानी जाती हैं।
मेले में पहुंचे मरीजों को मुफ्त दवाएं वितरित की गईं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से फार्मासिस्ट अरुण मिश्रा, लैब टेक्नीशियन काजल नायक, एएनएम सुमन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा बहुएं मौजूद रहीं।हालांकि, मरीजों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि इतने बड़े स्तर पर चल रहे कार्यक्रमों को केवल आयुष डॉक्टरों के भरोसे संचालित किया जा रहा है। “जिला स्तर के डॉक्टर एक भी मेला स्थल पर तैनात नहीं किए जाते,” यह शिकायत सिर्फ चण्डेरिया की नहीं, बल्कि अन्य सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर लगने वाले मेलों की भी है।स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर व्यवस्थाओं में सुधार नहीं किया गया तो लोग ऐसे मेलों से मुंह मोड़ लेंगे। कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रचार-प्रसार, विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती और स्थानीय सहभागिता बेहद ज़रूरी है।