तो अव्यवस्थाओं के बीच शुरू होगा बाबा बेलखरनाथ धाम का सावन मेला ?
एसडीएम ने अधिकारियों संग की बैठक, बैठक में पानी, सड़क, बिजली बनीं सबसे बड़ी चुनौतियां

गाँव लहरिया न्यूज़/प्रतापगढ़
11 जुलाई से शुरू होने वाले सावन मेले को लेकर बुधवार देर शाम एसडीएम पट्टी तनवीर अहमद ने समिति के सदस्यों और संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक का मुख्य फोकस मेले को सकुशल संपन्न कराने पर रहा। लेकिन चर्चा के दौरान साफ हो गया कि व्यवस्थाओं को लेकर कई गंभीर चुनौतियां अभी तक जस की तस बनी हुई हैं।
पानी का संकट सबसे बड़ी चुनौती
बैठक में सबसे ज्यादा चर्चा पानी की व्यवस्था पर हुई। पिछले चार साल से ध्वस्त पड़ी जल निगम की पानी की टंकी महज शोपीस बनकर रह गई है। एसडीएम ने जल निगम को आदेशित किया कि मेले के दौरान रोजाना टैंकरों से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। परिसर में लगे आठ इंडिया मार्का हैंडपंप में से केवल तीन ही चालू हैं, बाकी रीबोर और मरम्मत के इंतजार में हैं।
सड़कों और सफाई पर नाराजगी
पीडब्ल्यूडी विभाग की लापरवाही को लेकर समिति और स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई। मंगलवार को दीवानगंज चौराहे से ब्लॉक गेट तक सड़क की सफाई के नाम पर जेसीबी से गंदगी दोनों किनारों पर डाल दी गई, जिससे सड़क दलदल में तब्दील हो गई है। सड़क के गड्ढे अब तक नहीं भरे गए हैं और जगह-जगह झाड़ियों की वजह से रास्ता संकरा हो गया है। धाम परिसर में भी गंदगी का अंबार है।
हाईमास्ट और बैरिकेडिंग की हालत खराब
धाम परिसर में लाखों रुपये की लागत से लगा हाईमास्ट लाइट अब तक खराब है और उसकी मरम्मत नहीं हो सकी। बरसात के कारण सड़क किनारे जमा कचरे से उठती बदबू से श्रद्धालुओं की परेशानी बढ़ सकती है। इस बार चार स्थानों पर बैरिकेडिंग के लिए दिलीपपुर पुलिस को जिम्मेदारी दी गई है। पिछले वर्ष कांवरियों के साथ हुई मारपीट और गंदगी फेंकने जैसी घटनाओं को देखते हुए पुलिस की अतिरिक्त तैनाती की मांग की गई है।
“सिर्फ एक हफ्ता शेष, लगता नहीं कि काम पूरे होंगे”
बेलखरनाथ धाम के पुजारी बद्रीनाथ गिरी ने कहा, “सावन मेला के शुभारंभ में महज एक सप्ताह का समय बचा है लेकिन हालात देखकर नहीं लगता कि सभी कार्य समय पर पूरे हो पाएंगे।” पुष्पक यज्ञशाला के संस्थापक व्यास लाल बिहारी ओझा ने पानी की व्यवस्था को इस बार सबसे बड़ी समस्या बताया।इस दौरान बैठक में खंड विकास अधिकारी राजीव पांडे, एसओ कधंई गुलाबचंद सोनकर, एसओ दिलीपपुर शत्रुघ्न वर्मा, जेई मनीष तिवारी, जल निगम व आरईएस के अधिकारी, अधीक्षक डॉ. आरिफ हुसैन, डॉ. इरफान अली समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।