प्रतापगढ़ के कौशलेंद्र और पट्टी की अंकिता सिंह की हनीमून यात्रा बनी रहस्य, 29 मई के बाद से लापता – परिवार बेहाल

गाँव लहरिया न्यूज़ डेस्क/प्रतापगढ़
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के राहाटीकर गांव निवासी नवविवाहित दंपति कौशलेंद्र और अंकिता सिंह की सिक्किम हनीमून यात्रा एक रहस्य बनकर रह गई है। दोनों 24 मई को हनीमून के लिए सिक्किम रवाना हुए थे, लेकिन 29 मई को एक दर्दनाक हादसे में उनके लापता होने की खबर सामने आई। बताया जा रहा है कि जिस ट्रैवलर में वे सवार थे, वह मगन जिले में 1000 फीट गहरी खाई में गिरकर तीव्र धार वाली नदी में समा गई। इस हादसे के बाद से दोनों का कोई पता नहीं चल सका है।
हादसे में एक की मौत, आठ लोग लापता
जानकारी के अनुसार, इस हादसे में एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो घायल हुए हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि कौशलेंद्र और अंकिता समेत आठ लोग अब भी लापता हैं। ट्रैवलर का कोई अता-पता नहीं चल पा रहा है क्योंकि दुर्घटना के बाद वह वाहन सीधे नदी में समा गया था।
होटल से मिला सामान, उपस्थिति की पुष्टि
सिक्किम स्थित होटल से कौशलेंद्र और अंकिता का सामान बरामद हुआ है, जिससे यह पुष्टि होती है कि वे दोनों उस ट्रैवलर में ही सवार थे। शादी के महज 24 दिन बाद घटी इस घटना से परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।
परिजन पहुंचे सिक्किम, अधिकारियों से गुहार
दूल्हे के पिता शेर बहादुर सिंह समेत परिवार के सात सदस्य फिलहाल सिक्किम में हैं। वे लगातार स्थानीय प्रशासन और उच्च अधिकारियों से संपर्क में हैं और अपने बेटे-बहू की तलाश के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। परिजनों ने उत्तर प्रदेश और सिक्किम सरकार से विशेष राहत और खोजी अभियान चलाने की मांग की है।
खराब मौसम बना रेस्क्यू में बाधा
घटनास्थल पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम राहत एवं बचाव कार्य में लगातार जुटी हुई है, लेकिन इलाके में खराब मौसम रेस्क्यू ऑपरेशन में गंभीर बाधा बन रहा है। तेज बारिश और दुर्गम पहाड़ी रास्तों के चलते अभियान को बार-बार रोकना पड़ रहा है।
राहाटीकर और पट्टी के सराय छिवलहा गाँव में गांव में पसरा मातम
कौशलेंद्र और अंकिता की शादी इसी वर्ष 5 मई को हुई थी। दोनों की शादी की खुशियां कुछ ही दिनों में मातम में तब्दील हो गई हैं। राहाटीकर और पट्टी के सराय छिवलहा गाँव में दोनों के घरों पर लोग ढाढ़स बंधाने आ रहे हैं, लेकिन परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हर किसी की जुबान पर एक ही सवाल है — “आखिर कहां हैं कौशलेंद्र और अंकिता?”स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार से विशेष अभियान चलाने की मांग की है ताकि जल्द से जल्द लापता लोगों की तलाश पूरी हो सके।