गाँव में नहीं है रास्ता,ग्रामीणों ने उठाई आवाज़, पगडंडी पर चलने को मजबूर हैं बख्शी पाण्डेय मेरा भावलपुर गांव के लोग

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी

विकासखंड संग्रामपुर के अंतर्गत आने वाले पूरे बख्शी पाण्डेय मेरा भावलपुर गांव के लोग आज भी बुनियादी सुविधा – सड़क – से वंचित हैं। हालात ऐसे हैं कि गांव तक पैदल पहुँचना भी मुश्किल हो गया है। न कोई कच्चा रास्ता, न ही पक्की सड़क। गांववासियों को केवल एक संकरी पगडंडी के सहारे आवाजाही करनी पड़ती है।गांव के निवासी राम मोहन शुक्ल ने बताया कि गांव में रास्ता बनाने की मांग वर्षों से की जा रही है। वर्तमान व पूर्व प्रधान से लेकर खंड विकास अधिकारी तक, सभी को इस समस्या से अवगत कराया गया। कई बार लिखित में आवेदन भी दिए गए, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला।राम मोहन बताते हैं कि “खंड विकास अधिकारी संग्रामपुर द्वारा रास्ते का निरीक्षण भी किया जा चुका है, लेकिन उसके बाद भी कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। अब बरसात का मौसम शुरू हो चुका है, जिससे हालात और भी भयावह हो गए हैं। कीचड़ और फिसलन के चलते लोगों का घर से बाहर निकलना भी चुनौती बन चुका है।”ग्रामीणों का कहना है कि शासन-प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे “हर गांव तक सड़क” अभियान की जमीनी सच्चाई यहां साफ दिखाई देती है। गांववासियों ने प्रशासन से पुनः मांग की है कि जल्द से जल्द इस रास्ते का निर्माण कराए जाए ताकि उन्हें भी मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिल सके।

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