पंचायत भवन नहीं है, कहां चलेगी गांव की सरकार?

संग्रामपुर विकासखंड की चार ग्राम पंचायतें भवनविहीन, सचिव-प्रधान चला रहे सरकार अपने घरों से

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी

भारत सरकार जहां गांवों को डिजिटल और स्मार्ट बनाने के उद्देश्य से हर पंचायत में पंचायत भवन का निर्माण करवा रही है, वहीं अमेठी जिले के विकासखंड संग्रामपुर की चार पंचायतें आज भी पंचायत भवन से वंचित हैं। यहां ग्राम सभा की सरकार सचिव और प्रधान के निजी घरों से ही चलाई जा रही है।ठेंगहा, बदलापुर, जरौटा और कनू ग्राम पंचायतों में न तो पंचायत भवन है, न तकनीकी सुविधाएं, और न ही ग्रामवासियों को सरकारी योजनाओं की सही जानकारी मिल पा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रधान और सचिव आपसी मिलीभगत से योजनाएं बनाते हैं और जब काम शुरू होता है, तभी गांव वालों को जानकारी दी जाती है। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया को ठेस पहुंचती है।गौरतलब है कि जिन पंचायत भवनों का निर्माण हो चुका है, वहां सरकार द्वारा पंचायत सहायक की नियुक्ति, रोजाना प्रभारी अधिकारी, और सप्ताह के प्रत्येक दिन अलग-अलग विभागीय कर्मचारियों की तैनाती जैसी व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र से लेकर खसरा-खतौनी और ऑनलाइन आवेदन जैसी सेवाएं इन भवनों से दी जा रही हैं।भवसिंहपुर, संग्रामपुर, गूजीपुर, सहजीपुर, सोनारी कनू और पुन्नपुर जैसे गांव इस पहल का लाभ उठा रहे हैं और स्मार्ट विलेज की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं।पंचायती राज विभाग, संग्रामपुर से मिली जानकारी के अनुसार, उक्त चार भवनविहीन ग्राम पंचायतों के लिए निर्माण प्रस्ताव तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजा जा चुका है।

 

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