फालोअप : संविदा लाइन मैन के परिजनों ने दाह संस्कार करने से किया इंकार

गुरुवार की शाम को लाइन ठीक करते समय गयी थी जान

अभियंता रणविजय सिंह की जानकारी में धर्मेंद्र प्रजापति 3 वर्षों से कार्य कर रहा था। घटना के बाद बिजली विभाग अपना पल्ला झाड़ लिया बिजली विभाग के एसडीओ शैलेंद्र सिंह ने बताया था कि धर्मेंद्र प्रजापति विद्युत उपकेंद्र सोनाही में किसी भी पद पर कार्यरत नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि रणविजय सिंह और अभियंता की जानकारी में 3 वर्षों से कार्य कर रहा धर्मेंद्र प्रजापति का रजिस्टर नाम अंकित क्यों नहीं किया गया ?

गाँव लहरिया न्यूज/पट्टी

गुरुवार की शाम 4:30 बजे के करीब सोनाही विद्युत उपकेंद्र पर तैनात संविदा लाइनमैन धर्मेंद्र प्रजापति 26 वर्ष पुत्र रामदीन प्रजापति थाना कधंई बतौर संविदा लाइनमैन सोनाही विद्युत उपकेंद्र पर 3 वर्षों से तैनात था। शटडाउन लेने के बाद भी उपकेंद्र पर मौजूद विजय बहादुर गौतम करुणेश शर्मा द्वारा आपूर्ति बहाल कर दी गई जिसमें धर्मेंद्र प्रजापति की दर्दनाक मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया शव पोस्टमार्टम होने के बाद परिवार के लोग शव लेकर गांव चले आए और दाह संस्कार करने से मना कर दिया उप-जिला अधिकारी पट्टी को दिए गए अपने मांग पत्र में 25 लख रुपए परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिए जाने की मांग की है। मृतक धर्मेंद्र प्रजापति के पिता रामदीन प्रजापति ने मांग की है कि तहरीर में दिए गए नाम में से एक व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है जबकि विद्युत उपकेंद्र के अवर अभियंता रणविजय सिंह की जानकारी में धर्मेंद्र प्रजापति 3 वर्षों से कार्य कर रहा था। घटना के बाद बिजली विभाग अपना पल्ला झाड़ लिया बिजली विभाग के एसडीओ शैलेंद्र सिंह ने बताया था कि धर्मेंद्र प्रजापति विद्युत उपकेंद्र सोनाही में किसी भी पद पर कार्यरत नहीं है। अब सवाल यह उठता है कि रणविजय सिंह और अभियंता की जानकारी में 3 वर्षों से कार्य कर रहा धर्मेंद्र प्रजापति का रजिस्टर नाम अंकित क्यों नहीं किया गया जबकि वहीं अवर अभियंता के पैतृक गांव खूझी कलां के एक दर्जन से अधिक अनुभवहीन लोगों से बिजली विभाग का कार्य कराया जाता है धर्मेंद्र प्रजापति की तरह ही पिछले कुछ महीने पहले मुजफ्फर अली नामक युवक भी दुर्घटना का शिकार हो गया था। शुक्रवार की शाम 4:00 बजे धर्मेंद्र प्रजापति के परिजन शव घर पर बैठे हुए हैं अभी तक जिले का कोई प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम तहसीलदार बिजली विभाग का कोई अधिकारी गांव नहीं पहुंचा है और ना ही किसी प्रकार का कोई आश्वासन दिया गया परिजनों की मांग है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई 25 लख रुपए आर्थिक सहायता एक सदस्य को नौकरी देने के बाद ही धर्मेंद्र प्रजापति के शव संस्कार किया जाएगा।

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