साल भर का हिसाब : बेल्हा में बीयर से ज्यादा बिकी देसी शराब
शराब को पीकर ख़त्म करने की रेस में बेल्हा की बादशाहत, एक साल में डकार गए अरबों की शराब
अंकित पाण्डेय/गाँव लहरिया न्यूज डेस्क
शराब को पीकर ख़त्म करने की रेस में बेल्हा की बादशाहत, एक साल में डकार गए अरबों की शराब खासकर देशी शराब को खूब खरीदा गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार अंग्रेजी शराब की कीमत बढ़ने से जिले के शराब के शौकीनों ने इससे दूरी बनाई। इस साल देसी शराब की खपत में भारी वृद्धि हुई। बीयर की मांग सामान्य रही। फिर भी साल भर में जिले के शौकीन 3.67 अरब की शराब गटक गए।
प्राप्त सूचना के अनुसार अंग्रेजी शराब की कीमत बढ़ने से इस साल ठेकेदार निर्धारित कोटे की शराब नहीं बेच पा रहे हैं। जबकि देसी शराब का फ्लेवर बदलने और टेट्रा पैकिंग से लोगों इसका टेस्ट लोगों को अधिक पसंद आया। आलम यह रहा कि देसी शराब की बिक्री लक्ष्य से डेढ़ गुना अधिक हुई। जिले में इस बार देसी शराब से सरकार को 125 करोड़, अंग्रेजी शराब से 94.72 करोड़ और बीयर से 38.77 करोड़ रुपये की आय हुई। अंग्रेजी,बीयर से ज्यादा हुई देसी शराब की बिक्री देसी शराब 2,60,55,654 पौवा बिकी,अंग्रेजी शराब 24,80,352 बोतल बिकी,बीयर 5648640 कैन बिकी