तेज़ गर्मी और आवारा पशुओं से पौधों को नुकसान, वन विभाग की चिंता बढ़ी

गाँव लहरिया न्यूज़/संग्रामपुर (संवाददाता)
हरित क्षेत्र बढ़ाने के उद्देश्य से वर्ष 2024-25 में संग्रामपुर क्षेत्र में वन विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण किया गया था। विभाग ने विभिन्न गांवों और मार्गों पर कुल लगभग चार लाख पौधे लगाए थे। इसमें किठावर-अमेठी मार्ग पर स्थित मुहीबसाह गांव के देवबन क्षेत्र में 10 हजार से अधिक तथा ठेंगहा गांव में ‘बाल वन’ के नाम से 12 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया गया।इसी प्रकार मड़ौली, धौरहरा, छाछा और शुकुलपुर जैसे गांवों के पास भी बड़ी संख्या में पौधे लगाए गए थे। शुरुआत में इन पौधों की समुचित देखरेख भी की गई, लेकिन हाल के दिनों में तेज़ गर्मी और आवारा पशुओं के कारण पौधों को नुकसान पहुँच रहा है।
वन दरोगा रणवीर सिंह ने बताया कि क्षेत्र का तापमान लगातार 30 से 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच रहा है, जिससे पौधे मुरझाने लगे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सबसे अधिक नुकसान आवारा पशुओं द्वारा किया जा रहा है, जो पौधों को तोड़ देते हैं।उन्होंने बताया कि अब तक लगभग 20 प्रतिशत पौधे सूख चुके हैं या टूट चुके हैं, फिर भी शेष पौधों में नमी बनी हुई है। तापमान में थोड़ी नरमी आते ही पौधों में फिर से हरियाली लौटने की उम्मीद है।वन विभाग द्वारा पौधों की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि अब तक की मेहनत व्यर्थ न जाए और क्षेत्र में हरियाली कायम रह सके।