कल है हरितालिक तीज व्रत, जानें पूजा का शुभ मुहूर्त


भारतीय सनातन धर्म में हरितालिक तीज का बहुत बड़ा महत्व है जोकि इस वर्ष 18 सितंबर 2023 दिन सोमवार है भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाएगा. विवाहिता महिला इस दिन 24 घंटे का निर्जला व्रत कर पति की लंबी आयु की की कामना करती है. इस व्रत में सुहागिनें और कुंवारी कन्या रात्रि जागरण कर शंकर, पार्वती की पूजा करती हैं.

नारायण ज्योतिष परामर्श एवं अनुसंधान केंद्र फूलपुर प्रयागराज के ज्योतिषाचार्य पं ऋषिकेश शुक्ल ने बताया की इस वर्ष हरतालिका तीज व्रत शुभ संकेत संयोग लेकर आ रहा है, जो स्त्रियों को कई गुना लाभ देगा. हरतालिका तीज व्रत सोमवार के दिन पड़ने से बहुत महत्वपूर्ण हो गयी है.

मुहूर्त, शुभ योग और क्यों किया जाता है

भाद्रपद शुक्ल तृतीया तिथि 18 सितंबर 2023 को 10 बजकर 32 सुबह तक है उदयातिथि होने से व्रत उस दिन ही माना जायेगा जोकि बहुत ही शुभकारी है

प्रदोष काल मुहूर्त – शाम 06.32 – 06.42

पहले प्रहर की पूजा शाम 06:15 – रात 08:58

दूसरे प्रहर की पूजा – रात 08:58 से रात्रि 12:15, बजे 19 सितंबर तक

तीसरे प्रहर की पूजा – रात्रि 12:15 से प्रात: काल 03:10(19 सितंबर)

चौथे प्रहर की पूजा – प्रात:काल 03.10 से सुबह 06:08तक 19सितम्बर

कैसे पड़ा हरतालिका तीज व्रत का नाम

भारतीय धर्म शास्त्र के अनुसार देवी पार्वती मन ही मन शिव जी को अपना पति मान चुकी थी लेकिन उनके पिता जी ने उनका विवाह विष्णु जी से तय कर दिया था. ऐसे में पार्वती जी की सहेलियां उनका अपहरण कर जंगल में ले गईं. जहां माता पार्वती ने शिव को पाने के लिए कठोर तप किया, भूखे प्यासे रहकर साधना करती रही. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन देवी पार्वती ने मिट्‌टी के शिवलिंग बनाकर उनकी पूजा. शिव जी माता पार्वती की तपस्या से प्रसन्न हुए और उन्हें पत्नी स्वीकार कर लिया. माता पार्वती की सहेलियां उनका हरण कर जंगल में लाईं थी इसलिए इस व्रत को हरतालिका तीज के नाम से जाना जाता है.

नारायण ज्योतिष परामर्श एवं अनुसंधान केंद्र फूलपुर प्रयागराज,
ज्योतिषाचार्य पं ऋषिकेश शुक्ल

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