पंचायती राज विभाग की लापरवाही पर सख्त हुए जिलाधिकारी
डीपीआरओ को निर्देश विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के कार्यो में लापरवाही न बरतें
विशेष संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान की जिलाधिकारी ने की समीक्षा,
गाँव लहरिया न्यूज/सूचना विभाग
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कल देर सायंकाल कैम्प कार्यालय के सभागार में दिनांक 31 अक्टूबर तक चलने वाले विशेष संचारी रोग अभियान तथा दिनांक 16 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2023 के मध्य दस्तक अभियान को लेकर अंतर्विभागीय समन्वय की बैठक कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होने कहा कि संचारी व विषाणु जनित रोगों के दृष्टिगत किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये। मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया, डायरिया, बुखार, टी0बी0 आदि संचारी रोगों से जुड़े मामलों को देखते हुये जनपद में अन्तर्विभागीय समन्वय से युद्धस्तर पर अभियान को आगे बढ़ाये। संचारी रोग नियंत्रण/दस्तक अभियान के कार्यो की समीक्षा में पाया गया कि पंचायती राज विभाग द्वारा स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, साफ-सफाई तथा फागिंग के कार्यो में लापरवाही बरती जा रही है, विकास खण्ड गौरा, पट्टी, आसपुर देवसरा में पाया गया कि वहां के स्थानीय लोग सैलो हैण्डपम्प से पानी का प्रयोग कर रहे है जिससे बीमारियों पैदा हो रही है जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये डीपीआरओ को निर्देशित किया कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के कार्यो में लापरवाही न बरती जायी तथा हैण्डपम्पों का सर्वे कर और जनसामान्य को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराये। बैठक में पाया गया कि नगर पालिका/नगर पंचायतों में नालों एवं नालियों में एण्टी लार्वा का छिड़काव तथा कूड़े का निस्तारण आदि ठीक ढंग से नही किया जा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुये निर्देशित किया कि नगर पालिका/नगर पंचायतों में समस्त कार्यो को दुरूस्त करायें, इसमें लापरवाही कदापि न बरती जाये।
ग्रामीण स्तर पर साफ़-सफाई सुनिश्चित करें
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि ग्राम पंचायत व निकायों द्वारा स्वच्छता, सैनिटाइजेशन, फागिंग व शुद्ध पेयजल के लिये लगातार कार्य किया जाये। ग्रामीण स्तर पर संचारी रोगों के नियंत्रण हेतु तालाबों/नालों व नालियों की साफ-सफाई सुनिश्चित की जाये। उन्होने चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, नगर विकास, पंचायती राज, आईसीडीएस, ग्राम्य विकास, शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तीकरण, कृषि, पशुपालन को स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर संचारी रोगों की रोकथाम व नियंत्रण की कार्यवाही में और तेजी लाये जाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि व्यापक जागरूकता का कार्यक्रम संचालित किया जाये। जिलाधिकारी ने कहा कि मच्छरो के काटने से डेंगू एवं मलेरिया की आशंका होती है तो आशाओं के माध्यम आमजनमानस को जागरूक किया जाये कि पैरासीटामाल के सिवा कोई दवा न ली जाये। डेंगू एवं मलेरिया की जांच कराने के उपरान्त ही अन्य दवाओं का प्रयोग करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नवनीत सेहारा सहित समस्त प्रभारी चिकित्साधिकारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।