गौशालाओं के पास बने डिफ्फर गड्ढे, अब नहीं फैलेगी दुर्गंध

गाँव लहरिया न्यूज़/अमेठी
क्षेत्र की अस्थायी गौशालाओं में अब वातावरण रहेगा शुद्ध। मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर गोरखापुर स्थित अस्थायी गौशाला के पास 3-4 फीट गहरे डिफ्फर गड्ढे बनाए गए हैं, जिनमें गांव से आने वाले मृत मवेशियों को दफनाया जाएगा।
ग्राम विकास अधिकारी सुनील कुमार ने बताया कि पहले मृत मवेशियों को खुले में छोड़ दिया जाता था, जिन्हें गिद्ध, कुत्ते व कौवे खा जाते थे, परंतु अब न गिद्ध बचे हैं और न ही चमड़ी उतारने वाले चर्मकार। जिससे दुर्गंध फैलती थी और संक्रमण का खतरा रहता था।इस समस्या के समाधान के लिए गौशाला के समीप जंगल क्षेत्र में 10 डिफ्फर गड्ढे खोदे गए हैं। यह स्थान हड़वा के नाम से जाना जाता है, जहां पूर्व में भी मृत गोवंश दफनाए जाते रहे हैं। अब यहां मृत मवेशियों को सुरक्षित दफनाया जाएगा ताकि क्षेत्र में स्वच्छता बनी रहे।उन्होंने बताया कि दो दिन पहले एक मृत मवेशी गौशाला के पास फेंका गया था, लेकिन जब सभी संरक्षित मवेशियों की गणना की गई, तो संख्या पूर्ण पाई गई। यह स्पष्ट हुआ कि मवेशी बाहर से लाकर फेंका गया था। ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए अब यह व्यवस्था की गई है।