बहुता गाँव में आयोजित हुई बाल संसद, बच्चों ने करीब से देखी मतदान प्रक्रिया के सभी पहलू

बाल संसद बच्चों के अधिकारों के संरक्षण का सशक्त माध्यम- नसीम अंसारी

गाँव लहरिया न्यूज़/प्रतापगढ़

बाल संसद का गठन बच्चों के अधिकारों को संरक्षित करने का एक सशक्त माध्यम है. इसके गठन से जहाँ बच्चों में बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता आएगी वहीँ बाल अधिकार व बाल श्रम आदि घटनाओं में पहल व कमी आएगी. उक्त विचार आज बहुता ग्राम पंचायत में बाल संसद के गठन के दौरान बच्चों को संबोधित करते हुए तरुण चेतना के निदेशक नसीम अंसारी ने व्यक्त किया.उल्लेखनीय है कि तरुण चेतना द्वारा संचालित बाल अधिकार परियोजना के तहत आज बहुता में आज एक बाल संसद का गठन किया गया जिसके दौरान आज बच्चों ने मतदान प्रक्रिया को बहुत करीब से देखा और समझा. इस दौरान नामांकन और उसकी जांच, चुनाव चिन्ह का वितरण, उम्मीदवार द्वारा प्रचार-प्रसार, मतदान और मतगणना आदि प्रक्रिया पर बेहतर समझ बनाई गयी, जिसमें बच्चों ने खूब बढ़ चढ़ कर भाग लिया.

उक्त जानकारी देते हुए बाल अधिकार परियोजना समन्वयक शिव शंकर चौरसिया ने बताया कि इसी तरह संस्था द्वारा कुल 08 और चिल्ड्रेन पार्लियामेंट का गठन कराया जायेगा, जिसके उपरांत इनकी नियमित बैठक भी कराई जाएगी. मतगणना परिणाम की जानकारी देते हुए परियोजना फेसिलिटेटर हकीम अंसारी ने बताया कि प्रथम चरण में अभी केवल 02 पदों के लिए चुनाव हुआ है , जिसमें प्रधानमंत्री पद के लिए गिलास चुनाव चिन्ह पर खड़े मनीष कुमार को 18 वोटों से विजयी घोषित किया गया जबकि शिक्षा मंत्री पर के लिए शांती देवी को छड़ी चुनाव चिन्ह पर 06 मतों से विजयी धोषित किया गया.

इस अवसर पर बाल संसद के गठन के लिए पटना से आये फेसिलिटेटर गणेश कुमार गौतम ने बताया कि बाल मित्र पंचायत योजना के तहत सभी ग्राम पंचायतों में 01 बाल संसद का गठन किया जाना है, इसके लिए पंचायती राज विभाग द्वारा सभी जिलों को बाकायदा पत्र भी जारी कर दिए गए हैं, परन्तु इसपर अभी बहुत काम करना जरूरी है. कार्यक्रम के दौरान कम्युनिटी मोबिलायिजर शकुंतला देवी सहित गार्गी पटेल, संगीता वर्मा, आरती पटेल व छाया गौतम आदि कार्यकर्त्ता मौजूद रहे

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