पट्टी गोलीकांड को जातीय रंग देने में जुटे कुछ लोग, माहौल बिगाड़ने की साजिश
सोशल मीडिया पर जाति का जहर फैलाने की कोशिश

गाँव लहरिया न्यूज़/पट्टी
पट्टी के रजिस्ट्री दफ्तर में 21 जुलाई को हुई फायरिंग की घटना के बाद अब सोशल मीडिया पर जाति के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश हो रही है।यह मामला ज़मीन के विवाद से जुड़ा था — जिसमें एक तरफ शिवम पाण्डेय और बिपिन पाण्डेय थे, जिनका साथ दे रहे थे प्रमुख सुशील सिंह के लोग, और दूसरी तरफ ब्रजेश तिवारी के पक्ष में थे आदित्य मिश्रा, अरुण मिश्रा और कुछ अन्य लोग।गोली चली, लोग घायल हुए, पुलिस जांच में जुट गई। लेकिन इसके बाद कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे जाति का मुद्दा बना दिया। कुछ लोग फेसबुक, व्हाट्सऐप और इंस्टाग्राम पर भड़काऊ पोस्ट डाल रहे हैं और मामले को जातीय रंग देने की कोशिश कर रहे हैँ।
मामले को लेकर क्षेत्राधिकारी पट्टी मनोज रघुवंशी ने पुलिस प्रशासन ने साफ कर दिया है — अपराधी की कोई जाति नहीं होती। जो गलत करेगा, वही सज़ा पाएगा। अगर कोई जाति के नाम पर अफवाह फैलाएगा या माहौल खराब करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।साइबर सेल ने सोशल मीडिया पर नजर रखनी शुरू कर दी है। कई ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है जो जानबूझकर लोगों को भड़का रहे हैं।
प्रशासन ने की लोगों से अपील
प्रशासन ने आम जनता से कहा है — अफवाहों पर ध्यान न दें। किसी भी जाति या पक्ष के नाम पर जो झूठी बातें फैलाई जा रही हैं, उनसे बचें। अगर आपको कोई आपत्तिजनक पोस्ट दिखे, तो तुरंत पुलिस को बताएं।